श्री चैतन्य गौड़ीय मठ आश्रित सेवकों द्वारा, अशोक मलिक जी के निवास स्थान हरबंस नगर से निकाली गई कार्तिकमास की प्रभात फेरी
प्रतिनिधी :संजय कालिया जालंधर (पंजाब)
कृष्ण भक्तों में सहनशीलता और क्षमा का गुण होना चाहिए न कि छल और कपट का गुण कार्तिकमास तथा श्री दामोदर मास के उपलक्ष्य में चैतन्य गौड़ीय मठ के प्राक्तन आचार्यदेव नित्यलीला प्रविष्ट ॐ विष्णुपाद परमहंस 108 त्रिदंडीस्वामी श्री श्रीमद भक्ति बल्लभ तीर्थ गोस्वामी महाराज जी के शतवार्षिकी जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में श्री चैतन्य गौड़ीय मठ आश्रित सेवकों द्वारा, अशोक मलिक जी के निवास स्थान हरबंस नगर से प्रभात फेरी आरंभ हुई जिसका नेतृत्व श्री चैतन्य महाप्रभु के प्रकट स्थान श्रीमायापुर धाम पश्चिम बंगाल से पधारे वैष्णव संत त्रिदंडी स्वामी 108 श्री श्रीमद भक्ति पारंगत सन्यासी महाराज जी ने किया।निताई दास ,सनातन दास ,ललित प्रभु ने तापस कुमार,निताई दास ने प्रभात फेरी की शुरुआत गुरुदेव बन्दना,वैष्णव वंदना से की।
महाराज जी ने गुरुदेव ऊं विष्णुपाद परमहंस 108 त्रिदंडीस्वामी श्री श्रीमद भक्ति बल्लभ तीर्थ गोस्वामी महाराज जी की शिक्षाओं को याद करते हुए बताया कि कृष्ण भक्तों में सहनशीलता और क्षमा का गुण होना चाहिए न कि छल और कपट का गुण यह हमारे कृष्ण भक्ति के मार्ग में बाधक हैं।
महाराज जी ने बताया कि कार्तिक मास में श्री राधा दामोदर भगवान की लीलाओ को याद करना चाहिये,ऊखल बंधन लीला का वर्णन करते हुए महाराज जी ने कहा कि इस लीला से ये शिक्षा मिलती है कि हम अपनी ताकत,हिम्मत प्रयास से भगवान को प्राप्त नही कर सकते जब तक हमारी ओर से चेष्टा तथा भगवत कृपा नही होगी तब तक भगवान की प्राप्ति नही हो सकती।अन्य दिनों या महीनों की अपेक्षा कार्तिक मास में श्री दामोदर अष्टक तथा गजेंद्र मोक्ष पाठ करना चाहिए जिससे भक्तवत्सल भगवान हमारे कष्टों को भी काटकर प्राणी मात्र का हरिनाम संकीर्तन द्वारा मंगल विधान करते हैं।इस महीने में अधिक से अधिक श्री हरिनाम संकीर्तन,एकादशी व्रत पालन,शुद्ध आहार,तुलसी सेवा,देसी घी या तिल के तेल का विष्णु भगवान के आगे दीपदान,आकाशदीप दान करना चाहिए। जितना हो सके भगवान की सेवा करने से जीव जन्म मृत्यु के चक्कर से हमेशा के लिए छूटकर परम मंगल पद को प्राप्त कर सकता है।
कुलदीप मेहता ने दामोदर अष्टक पाठ तथा याम कीर्तन किया। रोहिनिनन्दन प्रभु ने कहा कि ।।"भजनेर मध्य श्रेष्ट नवविधा भक्ति, कृष्ण प्रेम कृष्ण दिते धरे महाशक्ति" ।।
सनातन दास प्रभु ने 'जय राधा माधव,जय कुंज बिहारी,जय गोपीजन बल्लभ,जय गिरिवरधारी' का संकीर्तन किया।
पालकी सजावट सेवा में जेन्किल कोहली,नरिंदर कालिया,विशाल कालिया मुनीश प्रभु ने विशेष योगदान दिया।तरुण कृष्ण प्रभु,संजय कालिया प्रभु ने मृदंग,कांसा,की सेवा की।
प्रभात फेरी में किरण मलिक, उमेश मलिक,नेहा मलिक, नितिक ,त्रिशा, निलक मलिक,सरोज,वंदना धवन,ऋतु मोंगा ,बबिता शर्मा,रजनी कालिया ,रीतू कोहली मौजूद थे।
इस मौके पर मनीषा गुजराल,यशपाल, कविता,सुषमा धवन, किशनलाल ने पुष्प वर्षा की और विक्रांत,अंजु गांधी चुनी लाल अरोड़ा परिवार द्धारा सुस्वादु पकवानों का भंडारा लगाया गया।