19 जनवरी को हिंगणघाट में 25 जोड़ों का सामूहिक विवाह समारोह
अल खिदमत फाउंडेशन का चौथा सफल आयोजन, दहेज प्रथा और फिजूलखर्ची पर रोक का अहम संदेश
अब्दुल कदीर बख्श ( हिंगणघाट )
अल खिदमत फाउंडेशन के तत्वावधान में आगामी 19 जनवरी को हिंगणघाट में 25 दूल्हा-दुल्हनों का सामूहिक विवाह समारोह बड़े धूमधाम से आयोजित किया जाएगा। यह कार्यक्रम जामा मस्जिद के सामने जूना सरकारी दवाखाना के भव्य मैदान पर संपन्न होगा। पिछले चार वर्षों से फाउंडेशन इस आयोजन के माध्यम से समाज में दहेज प्रथा और शादी में होने वाली फिजूलखर्ची को रोकने का अहम संदेश दे रहा है।
दहेज प्रथा और फिजूलखर्ची पर रोक का प्रयास
आयोजन समिति के अध्यक्ष शेख असीम शेख सगीर ने बताया कि इस सामूहिक विवाह का मुख्य उद्देश्य समाज में दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों को खत्म करना और शादियों में होने वाली फिजूलखर्ची को रोकना है। उन्होंने कहा कि फाउंडेशन इस आयोजन के जरिए उन परिवारों को सहायता प्रदान करता है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और शादी का खर्च वहन करने में असमर्थ हैं।
नवविवाहित जोड़ों को गृहस्थी की सौगात
आयोजन में विदर्भ के विभिन्न शहरों से जोड़े शामिल होंगे। नवविवाहित जोड़ों को फाउंडेशन की ओर से अलमारी, पलंग, गादी, ब्लैंकेट और गृह उपयोगी अन्य आवश्यक वस्तुएं भेंट की जाएंगी। यह पहल उनके नए जीवन की शुरुआत को सहज और सरल बनाने में मदद करती है।
हजारों मेहमानों के स्वागत की तैयारी
जामा मस्जिद के सामने जूना सरकारी दवाखाना के भव्य मैदान पर आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में हजारों मेहमानों के पहुंचने की उम्मीद है। आयोजन समिति और स्थानीय नागरिकों ने मेहमानों के स्वागत के लिए विशेष प्रबंध किए हैं। निकाह की रस्म के बाद सभी के लिए स्वादिष्ट भोजन का इंतजाम भी रहेगा।
सामाजिक एकता और सहयोग का संदेश
आयोजन समिति के सदस्यों ने कहा कि यह सामूहिक विवाह न केवल आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए राहत का अवसर है, बल्कि समाज में सहयोग, एकता और समानता का संदेश भी देता है। उन्होंने यह भी कहा कि दहेज और फिजूलखर्ची जैसी प्रथाओं पर रोक लगाना, समाज को सही दिशा में ले जाने के लिए बेहद जरूरी है।
स्थानीय नागरिकों से अपील
समिति ने सभी शहरवासियों से इस नेक काम का हिस्सा बनने और नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देने की अपील की है।
अल खिदमत फाउंडेशन का यह सामूहिक विवाह समारोह सामाजिक सेवा और सुधार की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है।