बाघ नदी पूल निर्माण कार्य में भारी भ्रष्टाचार
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प्रतिनिधी गुलशन बनोठे सालेकसा
मध्यप्रदेश की सीमा पर गल्लाटोला से अंधियाटोला पुल की उच्च स्तरीय जांच व कार्यवाही की मांग
सालेकसा:सालेकसा से 12 किलोमीटर दूर महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की सीमा पर गल्लाटोला से अंधियाटोला मार्ग में छोटी बाघ नदी पर हाई लेवल पुल निर्माण का कार्य गत दो सालों से कछुआ गति से चल रहा है जिसकी लंबाई 150 मीटर है जिसका अनुमानित बजट 10 करोड़ 17 लाख 24 हजार की लागत से बनाया जा रहा है. यह पुल निर्माण कार्य प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत जिला बालाघाट द्वारा बनाया जा रहा है.जिसका ठेका मे.जयश्री कंस्ट्रक्शन कंपनी रायपुर कैंप अंधियाटोला द्वारा क्रियान्वयन एजेंसी महाप्रबंधक मध्यप्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण परियोजना बालाघाट द्वारा बनाया जा रहा है लेकिन इस पूल निर्माण कार्य में भारी मात्रा में भ्रष्टाचार कर ठेकेदार अधिकारी और सुपरवाइजर द्वारा घटिया कार्य कर घटिया सामग्री का उपयोग कर पुल निर्माण कार्य को अंजाम दिया जा रहा है इस पुल निर्माण कार्य में बेहद घटिया सामग्री का उपयोग कर नियमों की धज्जीया उड़ाई जा रही है, जिसमें सीमेंट M15,M30,M25,M35, का उपयोग करना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है.इसके जगह घटिया किस्म का सीमेंट का उपयोग किया जाता है.उसी प्रकार रेत घटिया किस्म की रेती का उपयोग किया जाता है, नाममात्र के लिए रेती बुलाई जाती है तथा इसमें रेती स्थानिक घाटों से मिलावट कर पुल निर्माण कार्य किया गया है जो बेहद घटिया किस्म का है जिसमें मिट्टी मिला हुआ है. गिट्टी भी घटिया किस्म की लाकर मिलावट की जाती है जिस पुल का निर्माण कार्य बेहद घटिया बनाया जा रहा है दूसरी ओर इस पूल निर्माण कार्य की देखरेख करने वाला मंडल नामक सुपरवाइजर रात को लोहा सीमेंट चोरी चुपके से बेचकर अपने ठेकेदार के आंखों में धूल झोंक कर पुल निर्माण कार्य में खुले आम भ्रष्टाचार किया जा रहा है जिससे यह पूल बनते ही कही धराशाई ना हो जाए यह परिसर में चर्चा का विषय बना हुआ है.यह पुल निर्माण कार्य मार्च 2023 से शुरू किया गया है मार्च 2025 तक पूर्ण करना अनिवार्य है इसका रखरखाव मार्च 2025 से मार्च 2030 अर्थात 5 साल तक का ठेकेदार की देखरेख की जिम्मेदारी ठेकेदार की रहेगी लेकिन कथित ठेकेदार द्वारा 10 करोड़ 17 लाख 24 हजार रुपयो के निर्माण कार्य को केवल 5 करोड़ में ही ले देखकर नाम मात्र का पुल बनाया जा रहा है जो बनते ही कुछ इस सालों में धराशाई होने की संभावना व्यक्त की जा रही है जबकि मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ इन राज्यों की जनता का इस मार्ग से आना जाना रहता है जिसकी स्थानिक जनता जैसे अंधियाटोला, रिसेवाडा, बहेला, लांजी, गल्लाटोला, पिपरिया, चिचटोला,सालेकसा सहित समस्त जनता ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच पड़ताल कर दोषी अभियंता, अधिकारी, ठेकेदार, तथा सुपरवाइजर पर कड़ी से कडी कार्रवाई की मांग नागरिकों ने की हैं.